सुविचार
स्वत: कुछ नहीं होता, सब कुछ
करना पड़ता है |
हमारे हिम्मत न कर पाने का कारण यह नहीं है की
कुछ कर पाना कठिन है, बल्कि यह कठिन इसलिए है क्योकि हम हिम्मत ही नहीं करते |
सेनेका
संसार एक कड़वा वृक्ष है, जिसके दो ही फल मधुर है |वे है –मधुर वाणी और सज्जनों की
संगती |
चाणक्य
जिसके पास स्वास्थ्य है, उसके पास आशा है और
जिसके पास आशा है, उसके पास सब कुछ है |
अरबीकहावत
समय की धारा में सबकुछ बह जाता है | रह जाती है
तो केवल स्मर्तिया, दुसरो के मन में अपने लिए मधुर स्मर्तिया बनाईये |-
-राही
आपको सफलता चाहिये तो बस जो आपको अच्छा लगता है |
वही करते चले जाइये, सफलता सहज ही आपको मिल जाएगी |
राही
नदी में पानी मीठा रहता है, क्योंकि वो देती रहती
है |
सागर का पानी खारा रहता है, क्योंकि वो लेता रहता
है |
अपना जीवन भी वैसा ही है |
देते रहेंगे तो मीठे लगेंगे |
लेते रहेंगे तो खारे लगेंगे |
-राही
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,
कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो
राही
जिसके पास उम्मीद है,
वो लाख बार हार के भी,नहीं हर सकता ....!
आप का कुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए
सबसे बड़ी सजा है ....!
- राही
रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलू है ...
कभी रिश्ते निभाते – निभाते रास्ते खो जाते
है ....
और कभी रास्तो पर चलते – चलते रिश्ते बन जाते है
|
-राही
पहले में होशियार था, इसलिए दुनिया बदलने चला
था,,,
आज में समझदार हूँ, इसलिए खुद को बदल रहा हूँ |
-राही
अगर जिंदगी में कुछ पाना हो तो ,,,
तरीके बदलो ......., इरादे नहीं |
-राही
बेहतरीन इन्सान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता
है ,,,,
वरना अच्छी बाते तो दीवारों पर भी लिखी होती है
...!
यदि आपको अपने काम पर भरोसा हो तो उसे हर हाल में
हासिल करे | दुनिया के ज्यादातर बेहतरीन काम
असंभव लगने के बावजूद पुरे हुए है |
- ढेल
कार्नेगी
0 comments:
Post a Comment